श्रावण मास में शिवभक्ति की आस्था और सुरक्षा की सख्ती—दोनों अपने चरम पर हैं। कांवड़ यात्रा की रफ्तार जैसे-जैसे तेज हो रही है, उसी रफ्तार से हापुड़ पुलिस भी अलर्ट मोड पर सक्रिय हो गई है। जिले में बड़ी संख्या में कांवड़िए पहुंच रहे हैं, ऐसे में पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को बेहद संवेदनशील दृष्टिकोण से कसा है।
सुरक्षा रहेगी मजबूत
आतंकी इनपुट मिलने के बाद जिले की सुरक्षा और अधिक सख्त कर दी गई है। खास बात यह है कि इस बार पुलिस की रणनीति परंपरागत सुरक्षा से अलग हटकर बनी है—80 प्रशिक्षित पुलिसकर्मी भगवा वस्त्र धारण कर सीधे कांवड़ियों के बीच मौजूद रहेंगे। न सिर्फ़ सुरक्षा, बल्कि श्रद्धालुओं के साथ सामंजस्य और संवाद भी इनका दायित्व होगा।
एसपी ज्ञानंजय सिंह के मुताबिक, 40 विशेष मोबाइल टीमें तैयार की गई हैं। हर टीम में दो पुलिसकर्मी होंगे, जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये टीमें न सिर्फ़ मार्ग पर निगरानी रखेंगी, बल्कि बाजारों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी सक्रिय रहेंगी।
पुलिसकर्मियों को दिए अत्याधुनिक हथियार
हर पुलिसकर्मी को वायरलेस सेट, पिस्टल, फाइबर डंडा और सीटी जैसे जरूरी संसाधन मुहैया कराए गए हैं ताकि वे किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकें। एसपी का कहना है कि यह व्यवस्था सिर्फ़ निगरानी नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं के बीच भरोसा और संवाद कायम करने की पहल है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पर त्वरित रेस्पॉन्स की तैयारी है।