सावन माह की कांवड़ यात्रा के दौरान इस बार यूपी पुलिस का एक नया और सराहनीय चेहरा सामने आया है। श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस न पहुंचे, इसके लिए हापुड़ सहित कई जिलों में पुलिस ने हर चौकी और थाने पर गंगाजल व नई कांवड़ की विशेष व्यवस्था की है। ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां यात्रा के दौरान किसी कांवड़िए की कांवड़ टूट गई या गंगाजल अपवित्र हो गया, तो पुलिस ने तत्परता से नई कांवड़ और शुद्ध जल उपलब्ध कराया।
इस पूरी व्यवस्था का संचालन हापुड़ के पुलिस अधीक्षक ज्ञानंजय सिंह की निगरानी में किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस की प्राथमिकता केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था की रक्षा भी उसकी ज़िम्मेदारी है।
एसपी ने दी जानकारी
एसपी ज्ञानंजय सिंह ने कहा, “हर श्रद्धालु की भक्ति हमारे लिए महत्वपूर्ण है। किसी की आस्था बाधित न हो, इसलिए हर थाने और चौकी पर गंगाजल और कांवड़ की व्यवस्था कराई गई है।”
इस पहल के अंतर्गत हरिद्वार से लगभग 1500 लीटर गंगाजल लाया गया है, जिसे चिन्हित पुलिस चौकियों पर जमा किया गया है। साथ ही, थानों में नई कांवड़ें भी उपलब्ध कराई गई हैं। जब किसी श्रद्धालु की कांवड़ क्षतिग्रस्त हो जाती है या जल अपवित्र हो जाता है, तो उसे वहीं पर नई सामग्री सौंपी जा रही है, ताकि उसकी यात्रा बाधित न हो।
श्रद्धालुओं के लिए यह सुविधा अत्यंत सुकूनदायक साबित हो रही है। यात्रा में शामिल विकास और सिरेश नामक दो भाइयों ने बताया कि पहले कांवड़ टूट जाने पर यात्रा रोकनी पड़ती थी, लेकिन इस बार पुलिस की मदद से उन्हें नया गंगाजल और कांवड़ मिल गई। वहीं, नन्हा वंश कहता है कि “पुलिस भक्ति की रक्षा कर रही है। ये बहुत बड़ी बात है।”
जगह जगह पुलिस तैनात
यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ चिकित्सा शिविर, पेयजल सुविधा, यातायात नियंत्रण और छायादार विश्राम स्थल भी बनाए गए हैं। कुल मिलाकर इस बार की कांवड़ यात्रा में पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है, जो वर्दी को आस्था और सेवा से जोड़ता है।