गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा 2025 के शांतिपूर्ण और व्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर व्यापक तैयारी की गई है। विशेष रूप से ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर पुलिस महकमा पूरी मुस्तैदी से लगा है। सड़क सुरक्षा और यातायात सुचारु रखने के लिए इस बार कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शिफ्ट भी शामिल है।
602 पुलिसकर्मी संभाल रहे जिम्मेदारी
इस वर्ष कांवड़ मार्गों पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए कुल 602 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिसमें 5 ट्रैफिक इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। इनके अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए भी अलग से पुलिस बल तैनात है। यात्रियों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए गाजियाबाद पुलिस ने अपने शेड्यूल को पहले से कहीं अधिक सख्त और विस्तृत बनाया है।
डीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद ने बताया कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए अब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी दो शिफ्टों के बजाय एकल 12 घंटे की शिफ्ट में लगाई गई है। पहले ड्यूटी सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे और फिर शाम 3 से रात 9 बजे तक दो हिस्सों में होती थी, लेकिन अब इन्हें मिलाकर लंबी ड्यूटी कराई जा रही है ताकि व्यवस्था में निरंतरता बनी रहे और बदलाव के दौरान कोई शिथिलता न आए।
चार जोन में विभाजित है शहर
गाजियाबाद शहर को चार अलग-अलग ज़ोन में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक पर वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी है। वर्तमान में जिले में कुल 4 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 80 सब इंस्पेक्टर और लगभग 750 कांस्टेबल एवं हेड कांस्टेबल कार्यरत हैं, जो सभी कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था बनाए रखने में लगे हुए हैं।
प्रशासन का उद्देश्य न केवल यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाना है, बल्कि श्रद्धालुओं को एक सकारात्मक अनुभव भी देना है। लगातार निरीक्षण, सतर्क निगरानी और समय पर निर्देशों के माध्यम से गाजियाबाद पुलिस इस चुनौती को पूरी संजीदगी से निभा रही है।