गाजियाबाद में शुक्रवार शाम पुलिस एनकाउंटर में बदमाश रिहान मारा गया। रिहान ने पहले पुलिस पर फायरिंग करके अपने चाचा को छुड़ाया। फिर हेड कॉन्स्टेबल को गोली मारी। पुलिस ने जब पकड़ा तो उसी की बंदूक से चली गोली उसकी जांघ में लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। रिहान के खिलाफ लोनी थाने में रंगदारी, हत्या का प्रयास और मारपीट जैसे 4 मुकदमे दर्ज थे। पुलिस का कहना है कि रिहान और उसका पूरा परिवार ही अपराध में लिप्त है। महिलाएं भी जेल जा चुकी हैं। रिहान की मौत से पहले एक वीडियो सामने आया है। 9 सेकेंड के वीडियो में वो खुलेआम पुलिस पर गोली चलाते दिख रहा है।
चोरी में वांटेड है चाचा
दिल्ली की गोकुलपुरी पुलिस ने शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे गाजियाबाद में लोनी की प्रेम नगर कॉलोनी में मन्नू के घर दबिश दी। यहां मन्नू नहीं मिला। पता चला कि वो अंकुर विहार थाना क्षेत्र की डाबर तालाब कॉलोनी के एक घर में छिपा हुआ है। दिल्ली पुलिस ने डाबर तालाब कॉलोनी के एक घर से मन्नू को पकड़ा। उसको साथ ले जाने लगी तो भतीजा रिहान घर से निकला। उसने सड़क पर खुलेआम पुलिस पर गोली चला दी। अचानक फायरिंग होने से पुलिस को मन्नू को छोड़ दिया। रिहान और मन्नू भाग कर वहां के एक घर में छिप गए। पुलिस घर के बाहर दोनों बदमाशों के बाहर निकलने का इंतजार करने लगी। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को मामले की सूचना दी। तुरंत गाजियाबाद पुलिस की SOG टीम के एक सब इंस्पेक्टर और चार हेड कॉन्स्टेबल वहां पहुंचे। जैसे ही हेड कॉन्स्टेबल विजय राठी ने उस घर का दरवाजा खोला, सामने खड़े रिहान ने पिस्टल से सीधे गोली चलाई। ये गोली विजय के कंधे में लगी। रिहान के हाथ में लोडेड पिस्टल थी। तभी पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। उसके हाथ से पिस्टल लेने की कोशिश की। तभी ट्रिगर दबने से गोली चली और रिहान की जांघ में जा लगी। पुलिस रिहान को लेकर GTB हॉस्पिटल पहुंची। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस दौरान मन्नू वहां से भाग गया।
अब खतरे से बाहर
डीसीपी विवेक चंद यादव ने बताया-मन्नू फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। घायल हेड कॉन्स्टेबल की हालत अब खतरे से बाहर है। रिहान के चाचा सोहेल उर्फ मन्नू पर पानीपत, बागपत, नोएडा और गाजियाबाद में 10 मुकदमे दर्ज हैं।