भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में मौजूद हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना की चार इकाइयों को ‘प्रेसिडेंट्स स्टैंडर्ड एंड कलर्स’ से सम्मानित किया। इस दौरान मिग-17 और 129 हेलीकॉप्टर यूनिट ने आसमान में तिरंगा लहराया। IAF के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब एक साथ चार इकाइयों को राष्ट्रपति ध्वज मिला। ‘प्रेसिडेंट्स स्टैंडर्ड एंड कलर्स’ किसी भी सशस्त्र बल इकाई के लिए सर्वोच्च सैन्य सम्मान है। जिन 4 इकाइयों को सम्मानित किया गया, उसमें 45 स्क्वाड्रन, 221 स्क्वाड्रन, 11 बेस रिपेयर डिपो और 509 सिग्नल यूनिट शामिल हैं।
देश सेवा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा,”केवल जल-थल-नभ की रक्षा महत्वपूर्ण नहीं, साइबर स्पेस और लेबोरेट्री की सुरक्षा बेहद जरूरी है। भारतीय वायुसेना की चार यूनिट को एक साथ स्टैंडर्ड और कलर्स प्रदान करके इस ऐतिहासिक अवसर पर हिंडन एयरबेस आकर मुझे अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है। मैं चारों यूनिट्स के पूर्व और वर्तमान अधिकारियों व जवानों की देश सेवा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सराहना करती हूं। देश की रक्षा में भारतीय वायुसेना का योगदान स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है। इस सेना के वीरों ने 1948, 1965, 1971, 1998 के युद्धों में अदभुत साहस और समर्पण का परिचय दिया है। उन्होंने शांतिकाल के दौरान भी देश-विदेश में आपदा के समय राहत बचाव कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारे वायु सैनिकों द्वारा प्रदर्शित कर्तव्यनिष्ठा सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं। ये खुशी का विषय है कि भारतीय वायुसेना न केवल देश के एयर स्पेस की सुरक्षा कर रही है, बल्कि भारत स्पेस प्रोग्राम में भी अपना अहम योगदान दे रही है। वायुसेना के लिए ये खुशी की बात है कि जिन चार अंतरिक्ष यात्री का चयन इसरो के गगनयान मिशन के लिए किया गया है, वे सभी वायुसेना के अधिकारी हैं। इस तेजी से बदलते युग में रक्षा संबंधी जरूरतें और प्राथमिकताएं भी तेजी से बदल रही हैं। रक्षा क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी की भूमिका बढ़ती जा रही है। केवल जल-थल-नभ की रक्षा महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि साइबर स्पेस और लैबोरेटरी की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है। मुझे खुशी है कि वायुसेना टेक्नोलॉजी अपना रही है।”
सेवा के बाद प्रदान किया जाता है
भारतीय वायुसेना के एयर ऑफिसर कमांडिंग, एयर मार्शल पीएम सिन्हा ने बताया, प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड और ध्वज वायुसेना की किसी इकाई या स्क्वाड्रन को युद्ध और शांति दोनों स्थितियों के दौरान असाधारण सेवा के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार इन इकाइयों की परिचालन उत्कृष्टता, समर्पण और प्रमाणित योगदान की एक स्वीकृति भी है। प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड 18 वर्ष और राष्ट्रपति ध्वज 25 वर्ष की सेवा के बाद प्रदान किया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर भी हैं। राष्ट्रपति का मानक सम्मान 45 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन एम सुरेंद्रन और 221 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन शुभांकन प्राप्त करेंगे। वहीं राष्ट्रपति रंग पुरस्कार 11 बेस रिपेयर डिपो के एयर ऑफिसर कमांडिंग एयर कमोडोर आशुतोष वैद्य और 509 सिग्नल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन विवेक शर्मा प्राप्त करेंगे।