जौनपुर के पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आज आ सकता है. धनंजय ने जौनपुर की स्पेशल कोर्ट से मिली 7 साल की सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में पिछले महीने याचिका दाखिल की थी.इस मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने 25 अप्रैल को अपना जजमेंट रिजर्व कर लिया था. हाईकोर्ट से अगर धनंजय सिंह को राहत मिल गई और सजा पर रोक लग गई तो वह लोकसभा का चुनाव लड़ सकेगा. जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच से फैसला आना है.
अंतिम फैसला आने तक जमानत पर
अपहरण के एक मामले में धनंजय सिंह को 7 साल की सजा मिली थी. धनंजय सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल कर ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है.सजा पर रोक लगाई जाने और अंतिम फैसला आने तक जमानत पर रिहा किए जाने की गुहार लगाई है.हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान धनंजय के वकीलों ने कहा कि उनका मुवक्किल सियासी साजिश का शिकार हुआ है.धनंजय को अगर हाईकोर्ट से राहत मिल गई तो वह लोकसभा का चुनाव खुद ही लड़ेगा.धनंजय ने फिलहाल जौनपुर सीट पर अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी को बीएसपी से टिकट दिलाया है.
29 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा
आपको बता दें कि धनंजय सिंह जौनपुर जिला कारागार में बंद है. सूत्रों की माने तो धनंजय सिंह जेल से ही चुनाव प्रचार की तैयारियां कर रहा था. इसलिए अब धनंजय सिंह को बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया है. जौनपुर लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा. इसके बाद 25 मई को मतदान होना है. बीजेपी ने जौनपुर लोकसभा सीट से कृपाशंकर सिंह पर दांव लगाया है. वहीं, बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को प्रत्याशी बनाया है. सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है.
कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ
नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण केस में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दोषी ठहराते हुए 7 साल की सजा सुनाई है. एमपी एमएलए कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. धनंजय सिंह ने सजा कम करने की मांग की थी. जिसको लेकर आज जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच में फैसला आना है.