साल 2021 के प्रदर्शन की तरह ही इस बार भी किसान अपनी मांगों के लिए विरोध पर उतरे हैं। इस आंदोलन को किसान 2.0 आंदोलन कहा जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो ये किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आह्वान रहे हैं। ऐसे में इस बार किसानों की वजह से कानून व्यवस्था खराब ना हो, इसलिए दिल्ली से सटे राज्यों की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। रविवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई, जिसमें पुलिस को प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी प्रयास करने का निर्देश दिया गया।
दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
जानकारी के मुताबिक, किसान आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। सभी मुख्य बॉर्डरों के लिए यह ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें भारी वाहनों के दिल्ली में आवागमन पर रोक लगाई गई है। हल्के वाहनों के लिए मुख्य बॉर्डरों की बजाय आसपास के स्थानीय बॉर्डरों का प्रयोग दिल्ली में आवागमन के लिए प्रयोग करने की सलाह दी गई है।
हरियाणा सरकार ने भी दिखाई सख्ती
इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने सख्ती दिखाते हुए कई रास्तों की बाड़ेबंदी कर दी गई है और आज सुबह से कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसानों के मार्च को राजधानी में घुसने से रोकने के लिए हरियाणा, दिल्ली पुलिस ने बड़े-बड़े कंक्रीट के ब्रिगेट्स और बड़े-बड़े कंटेनर सड़क के दोनों ओर लगाना शुरू कर दिया है। सभी राज्यों की सरकार इस कोशिश में लगी है कि कहीं भी किसी तरह की गड़बड़ी ना होने पाए।
सैंकड़ों जवान तैनात
आपको बता दें कि, दिल्ली से सटे क्षेत्रों में से प्रत्येक में 1,000 से 1,500 तक दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे। हालांकि, तैनाती का पैटर्न और कर्मियों की संख्या इन क्षेत्रों की स्थिति के अनुसार बदल जाएगी। इसके अलावा, लोहे के कंटेनर और सीमेंटेड बैरिकेड्स सीमा पर भी लगाए जा रहे हैं।