हाल ही में पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस क्रम में हर थाने और पुलिस लाइन में भी झंडा फहराया गया। जहां एक तरफ हर कोई खुश था, वहीं दूसरी तरफ बाराबंकी जिले की पुलिस लाइन में एक पुलिसकर्मी के दो साल के बच्चे को पांच खुंखार कुत्ते घसीटकर ले गए। शोर की वजह से बच्चे की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी। काफी समय के बाद जब मासूम की चीख-पुकार उसके पिता और अन्य पुलिसकर्मियों ने सुनी, तब जाकर किसी तरह कुत्तों को भगाया गया। बच्चे को सीरियस हालात में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
कुत्तों ने किया हमला
जानकारी के मुताबिक, 26 जनवरी के दिन हेड कांस्टेबल गौरव तिवारी अपने दो साल के बेटे अथर्व को गणतंत्र दिवस समारोह दिखाने के लिए आए थे। हेड कांस्टेबल गौरव तिवारी एएनटीएफ थानाक्षेत्र के पुलिस लाइन में परिवार के साथ रहते हैं। समारोह के समय वो अपने बच्चे के साथ थाने पहुंचे और अंदर किसी काम से चले गए। खेलते-खेलते अथर्व थाने से बाहर आ गया और इसी दौरान उस पर कुत्तों ने हमला कर दिया। कुत्ते बच्चे को घसीटते हुए झाड़ियों की तरफ ले गए।
लखनऊ के लिए किया गया रेफर
बहुत समय तक जह हेड कांस्टेबल ने अपने बेटे को नहीं देखा तो सभी ने उसकी तलाश शुरू की। तलाशी के वक्त जब वो झाड़ियों की तरफ गए तो वहां उन्हें अपने बेटे की चीख सुनाई दी। गौरव जैसे ही पुलिसकर्मियों के साथ झाड़ियों की तरफ पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुत्ते उनके बेटे को बुरी तरह से नोंच रहे थे। काफी मुश्किलों के बाद उन्होंने अथर्व को कुत्तों से छुड़ाया। सभी तत्काल ही बच्चे को लेकर अस्पताल की तरफ भागे, जहां से बच्चे को ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया।