मेरठ पहुंचे डीजीपी राजीव कृष्ण, बोले—कांवड़ यात्रा में कानून से समझौता नहीं होगा

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उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण मंगलवार को मेरठ पहुंचे, जहां उन्होंने कमिश्नरी सभागार में कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर एक अहम समीक्षा बैठक की। इस बैठक में राज्य के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह समेत मंडल और ज़िला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। डीजीपी ने साफ शब्दों में कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा पूरी तरह से अनुशासन और नियमों के साथ संपन्न कराई जाएगी। किसी भी स्थिति में अनधिकृत हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

साफ शब्दों में कहा ये

डीजीपी ने विशेष तौर पर होटलों और ढाबों की चेकिंग पर बात करते हुए कहा कि यह कार्य किसी भी समूह या संगठन को करने की अनुमति नहीं है। इस जिम्मेदारी के लिए केवल फूड सेफ्टी विभाग अधिकृत है। किसी को भी खुद से दुकान, ढाबे या होटल में जाकर चेकिंग करने की इजाजत नहीं होगी। उन्होंने साफ कर दिया कि यदि ऐसा हुआ तो संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा मार्ग पर भीड़ प्रबंधन के लिए एक राज्य स्तरीय नियंत्रण तंत्र तैयार किया गया है। अलग-अलग ज़िलों और राज्यों के अधिकारियों को जोड़ते हुए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, ताकि किसी भी स्थान पर भीड़ बढ़ने या आपात स्थिति की सूचना तत्काल साझा की जा सके।

इस मामले में भी दिए निर्देश 

ध्वनि और कांवड़ संरचना को लेकर भी सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि डीजे की आवाज 75 डेसीबल से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

रुड़की से मुजफ्फरनगर के बीच डीजे और कांवड़ के संयोजन स्थलों पर तैनात अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। अगर नियमों की अनदेखी होती है, तो मौके पर ही कांवड़ रोकी जाएगी और संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जाएगी।

डीजीपी की इस बैठक से स्पष्ट संकेत मिला है कि इस बार श्रद्धालु तो पूरी सुरक्षा और सुविधा के बीच यात्रा करेंगे, लेकिन नियमों से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई रियायत नहीं होगी।

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