उत्तर प्रदेश पुलिस ने ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त चार पुलिसकर्मियों के परिजनों को कुल ₹6.80 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की है। यह सहायता बैंक ऑफ बड़ौदा की पुलिस सैलरी पैकेज (PSP) योजना के अंतर्गत स्वीकृत की गई है, जो शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को संकट की घड़ी में संबल देती है।
डीजीपी ने दिया चेक
लखनऊ स्थित डीजीपी मुख्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह में पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने सहायता राशि के चेक परिजनों को ससम्मान भेंट किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “कल्याण हमारी प्राथमिकता है और स्मृति हमारा संकल्प। उत्तर प्रदेश पुलिस अपने प्रत्येक साथी के परिवार के साथ सदैव खड़ी है।

शहीदों के संक्षिप्त विवरण:
- मुख्य आरक्षी राज कुमार (मुरादाबाद)- ड्यूटी पर रहते हुए ट्रक की टक्कर से 2 फरवरी 2025 को उनका निधन हो गया।
- मुख्य आरक्षी राज कुमार (मुजफ्फरनगर)- एक अन्य सड़क दुर्घटना में 12 फरवरी 2025 को उनकी मृत्यु हुई।
- उप निरीक्षक चमन सिंह (रायबरेली)- वाहन दुर्घटना में ड्यूटी के दौरान गंभीर चोटें लगने के कारण निधन हो गया।
- आरक्षी शिवा शुक्ला (12वीं बटालियन पीएसी, फतेहपुर)- ड्यूटी के दौरान साथी को डूबने से बचाते हुए 14 मार्च 2025 को अपनी जान गंवाई।
चारों के परिजनों को दिया गया चेक
चारों वीर सिपाहियों के परिजनों को प्रत्येक को ₹1.70 करोड़ की राशि प्रदान की गई। इस अवसर पर डीजीपी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी — डीजी पीएचक्यू आनंद स्वरूप, एडीजी एन. रविंदर, आईजी पुलिस भवन कल्याण आर.के. भारद्वाज तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित अधिकारी मौजूद रहे।
इस पहल के जरिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया कि कर्तव्य की वेदी पर बलिदान देने वालों की स्मृति न केवल संरक्षित की जाएगी, बल्कि उनके परिवारों को भी हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।