लखनऊ। दिल्ली ब्लास्ट की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसकी परतें उत्तर प्रदेश तक पहुंचती जा रही हैं। राजधानी लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र के मुत्तकीपुर गांव में रहने वाले डॉ. परवेज एक बार फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गए हैं। मंगलवार देर शाम एटीएस और जम्मू पुलिस की संयुक्त टीम ने यहां पहुंचकर उनके घर की दोबारा तलाशी ली। बताया जा रहा है कि इस दौरान एजेंसियों को कई अहम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध सामग्री मिली है।
जांच में हुआ ये खुलासा
सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम ने घर से नौ मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, एक बड़ा चाकू और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा घर के बाहर खड़ी सहारनपुर नंबर की अल्टो कार को भी जांच के लिए अपने साथ ले जाया गया है। पुलिस ने इस वाहन को फिलहाल लावारिस स्थिति में दर्ज कर थाने में खड़ा कर दिया है। वहीं, घर के भीतर मौजूद लखनऊ नंबर की स्प्लेंडर बाइक को टीम ने वहीं छोड़ दिया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि एटीएस और जम्मू पुलिस की टीम मंगलवार की रात करीब आठ बजे पहुंची थी। टीम ने घर का ताला तोड़कर तलाशी अभियान शुरू किया। पहले कुछ लोगों से टीम ने साथ चलने को कहा, लेकिन किसी ने अंदर जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद अधिकारी स्वयं घर के अंदर दाखिल हुए और करीब दो घंटे तक तलाशी की कार्रवाई चली।
पड़ोसियों के अनुसार, डॉ. परवेज शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और अक्सर अपने क्लिनिक में व्यस्त रहते थे। ऐसे में उनके नाम का किसी आतंकी साजिश से जुड़ना पूरे इलाके के लिए चौंकाने वाला है। जांच एजेंसियों का मानना है कि दिल्ली ब्लास्ट के सिलसिले में गुजरात और सहारनपुर से गिरफ्तार संदिग्धों से डॉ. परवेज का संभावित लिंक हो सकता है।
लोगों में बड़ी सतर्कता
घटना के बाद इलाके में लोगों में सतर्कता बढ़ गई है। कई निवासी अब कॉलोनी में सुरक्षा गेट लगवाने और किराएदारों से दोहरी पहचान पत्र की मांग करने की तैयारी कर रहे हैं। कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि भविष्य में हर किराएदार का फोटो, नाम और स्थायी पता लिखकर घर के बाहर लगाया जाए, ताकि किसी संदिग्ध की पहचान पहले ही हो सके।