गाज़ीपुर लैंडफिल के पास खड़ा दिल्ली पुलिस का गाज़ीपुर थाना इस बार पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गया है। राजधानी के 227 थानों के बीच से निकलकर यह स्टेशन देश का नंबर वन पुलिस स्टेशन चुना गया है। छोटी-सी इमारत में काम करने वाला यह थाना अब पुलिसिंग के सर्वोत्तम मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
थाने ने कई रिकॉर्ड किए कायम
थाना 2012 में बना था और कुछ ही वर्षों में इसने वह रिकॉर्ड कायम किया, जिसे कई बड़े और संसाधनयुक्त थाने भी हासिल नहीं कर पाए। गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी उपलब्धि को सम्मानित करते हुए स्टेशन के प्रभारी बाला शंकर उपाध्याय को ट्रॉफी सौंपी।
गाज़ीपुर थाने ने पिछले वर्ष लगभग 450 मामलों में तेज़ कार्रवाई की और अधिकतर मामलों को कम समय में सुलझाया। केस अपडेट, जांच और चार्जशीट की टाइमलाइन ने इसे बाकी थानों से अलग स्थान दिलाया। इलाके में नियमित पेट्रोलिंग, कानून-व्यवस्था संभालने की क्षमता और जनता के साथ सकारात्मक संवाद इसकी बड़ी ताकत बनी।
इन मानकों में अव्वल ये थाना
गृह मंत्रालय के मानकों में इस स्टेशन ने रिकॉर्ड प्रबंधन, परिसर की स्थिति, जनता के लिए पहुंच, महिला सुरक्षा मामलों के निपटारे, पुलिस स्टाफ के व्यवहार और कम्युनिटी पुलिसिंग जैसे सभी बिंदुओं पर मजबूत प्रदर्शन किया। यही कारण है कि एक साधारण दिखने वाले थाने ने राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊंची रैंक हासिल की।