यूपी पुलिस के कुछ सिपाही बाकियों की मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं। मामला बिजनौर जिले का है, जहां एक सिपाही को उसी थाने में गिरफ्तार किया, जहां वो तैनात था। सिपाही पर आरोप है कि उसने पहले दो युवकों को पूछताछ के नाम पर गिरफ्तार किया। इसके बाद इनसे छोड़ने के बाद पर सिपाही ने इनसे रिश्वत की मांग की। पीड़ित ने सबूत के साथ मामले की शिकायत की। जिसके आधार पर सिपाही को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। अफसरों ने साफ शब्दों में ये कहा कि, वो इस तरह की हरकत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, बिजनौर जिले के थाना चांदपुर के जलीलपुर चौकी क्षेत्र में तैनात राजन नाम का सिपाही गांव रवाना के दो युवकों वाहिद और तोहीद को उठाकर थाने ले आया था। जब युवकों के परिजनों ने इसकी वजह पूछी तो सिपाही राजन ने इन दोनों के घर वालों से 50-50 हजार रुपये की मांग की गई थी।
रिश्वत मांगने का आरोप पीड़ित के घर वालों ने सिपाही पर लगाया था। युवकों के परिजनों के पास सिपाही से बातचीत का एक ऑडियो भी है। जिसके आधार पर उन्होंने जिले के एसपी से शिकायत की।
अपने ही थाने की जेल में बंद सिपाही
जैसे ही मामले का संज्ञान जिले के एसपी ने लिया तो उन्होंने अफसरों को घटना की जांच का आदेश दिया। जांच में ये शिकायत सच पाए जाने पर सिपाही को पहले तो तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। इसके बाद में सिपाही के विरुद्ध चांदपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखवाकर उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। अब सिपाही उसी थाने की जेल में बंद है, जहां अभी तक वो शान से ड्यूटी करता था।