सावन की पावन कांवड़ यात्रा के दौरान जहां पुलिस बल की प्राथमिक भूमिका सुरक्षा सुनिश्चित करना होती है, वहीं मुजफ्फरनगर फुगाना सर्कल की क्षेत्राधिकारी (सीओ) ऋषिका सिंह ने इस दायित्व को सेवा के भाव से जोड़कर एक मिसाल कायम कर दी है। उनका समर्पण न केवल मुजफ्फरनगर पुलिस की छवि को नई पहचान दे रहा है, बल्कि आमजन के मन में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा रहा है।
पैर दबाकर थकान मिटा रही हैं अफसर
सीओ ऋषिका सिंह 24 घंटे की मुस्तैद ड्यूटी के साथ कांवड़ यात्रियों की शारीरिक थकान भी साझा कर रही हैं। कई जगहों पर उन्हें महिला शिवभक्तों और बच्चों की सहायता करते देखा गया—कहीं घायल श्रद्धालु को दवा दे रहीं, तो कहीं किसी के पैरों की पीड़ा कम करने को झुककर सेवा कर रही हैं। यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल है और उनकी विनम्रता को लोग सराह रहे हैं।
महिला श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस ने महिला टॉयलेट और विश्राम स्थल भी स्थापित किए हैं। खुद सीओ सिंह इन व्यवस्थाओं की निगरानी कर रही हैं ताकि कोई असुविधा न हो। पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा के निर्देशन में जिला पुलिस पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।
सख्त निगरानी, लेकिन भावनात्मक जुड़ाव
सीओ ऋषिका सिंह ने बताया कि अभी तक यात्रा मार्ग पर किसी भी तरह की छेड़छाड़ या असामाजिक गतिविधि की सूचना नहीं मिली है। सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक पोस्ट के खिलाफ चेतावनी जारी की गई है। लेकिन उनकी सख्ती में भी सेवा का भाव झलकता है — यही पुलिस की असली तस्वीर बनती है।