अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वज फहराने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पूरे शहर को लगभग 1000 क्विंटल फूलों से सजा दिया गया है, जिससे वातावरण भक्तिमय और भव्य हो गया है। जन्मभूमि परिसर में विशेष रूप से तैयार की गई धर्मध्वजा भी पहुंच चुकी है, जिसे मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर पहली बार स्थापित करेंगे। यह कार्यक्रम धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कड़ा है सुरक्षा घेरा
राम जन्मभूमि क्षेत्र और उसके आस-पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। आसमान से हेलिकॉप्टर द्वारा सतत निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही रोका जा सके। एटीएस और एनएसजी कमांडो मंदिर परिसर के चारों ओर सुरक्षा का घेरा बनाए हुए हैं। इसके साथ ही एसपीजी, सीआरपीएफ और पीएसी के जवान भी तैनात हैं, जो पांच स्तर की सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि यह धार्मिक आयोजन पूरी तरह सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या आएंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी आज अयोध्या पहुंचने वाले हैं। समारोह में मंदिर निर्माण के लिए दो करोड़ रुपये से अधिक दान देने वाले 100 प्रमुख दानदाताओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। हालांकि, इस कार्यक्रम में चारों शंकराचार्यों को निमंत्रण नहीं भेजा गया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
भव्य है आयोजन
इस भव्य आयोजन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और पूरे देश की नजरें अयोध्या पर टिकी हैं। धार्मिक और सांस्कृतिक उत्साह के बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह समारोह सुव्यवस्थित और सम्मानजनक ढंग से संपन्न हो।