यूपी पुलिस के एक दारोगा की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं। दरअसल, साल 2019 में मुरादाबाद जिले में एंटी करप्शन ने दारोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत के साथ चौकी में गिरफ्तार किया था। मामले में अभी तक अफसरों की जांच चल रही थी। इस चांज में भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने जांच के बाद दारोगा के पास आय से 40 फीसद अधिक संपत्ति पाई है। इसके बाद दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अंतर्गत आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।
रिश्वत देते हुआ गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, बागपत के बड़ौत थाना क्षेत्र के हिलवाड़ी गांव निवासी जितेंद्र सिंह तोमर यूपी पुलिस में दारोगा है। वर्तमान में उनकी तैनाती बरेली पुलिस लाइंस में है। अक्टूबर 2019 में थाना मझोला की नया मुरादाबाद चौकी प्रभारी के पद पर तैनात थे। इस दौरान एंटी करप्शन टीम ने जितेंद्र सिंह को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। ये मामला सामने आने के बाद दारोगा के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए।
एंटी करप्शन के निरीक्षक मुहम्मद इश्तियाक ने पाया कि दारोगा जितेंद्र सिंह तोमर ने निर्धारित अवधि में अपने वेतन, बोनस, एरियर, बीमा पालिसी और ब्याज के साथ ही अन्य वैध स्रोतों से कुल 63 लाख 53 हजार 348 रुपये की आय अर्जित की। जबकि इसी अवधि में चल और अचल संपत्ति, निवेश और पारिवारिक भरण पोषण व अन्य मदों में कुल 89 लाख 15 हजार 205 रुपये खर्च किए।
अब होगी कार्रवाई
एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि मझोला थाने में एंटी करप्शन की ओर से दारोगा जितेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।