नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हाल ही में हुए ब्लास्ट की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हवाले कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने इस संवेदनशील मामले की जांच के लिए 10 अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की है, जिसकी कमान वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और एनआईए के एडीजी विजय सखारे को सौंपी गई है। माना जा रहा है कि सखारे की अगुवाई में एनआईए की यह टीम विस्फोट की साजिश और इसके पीछे छिपे नेटवर्क की तह तक पहुंचेगी।
टीम में इतने अफसर शामिल
एजेंसी की जांच टीम में एक आईजी, दो डीआईजी, तीन एसपी और कई डीएसपी रैंक के अधिकारी शामिल किए गए हैं। एनआईए दिल्ली पुलिस के अलावा जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस से भी जानकारी साझा कर जांच को आगे बढ़ाएगी। सूत्रों के अनुसार, शुरुआती स्तर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संदिग्ध मॉड्यूल की गतिविधियों पर एजेंसी का फोकस रहेगा।
कौन हैं ये आईपीएस
विजय सखारे, जो इस जांच के प्रमुख बनाए गए हैं, केरल कैडर के 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। सखारे अपनी निष्पक्ष और प्रोफेशनल पुलिसिंग के लिए जाने जाते हैं। साल 2022 में वे केरल पुलिस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) थे, जब उन्हें प्रतिनियुक्ति पर एनआईए में आईजी बनाया गया था। सितंबर 2025 में उन्हें पदोन्नत कर एडिशनल डायरेक्टर जनरल नियुक्त किया गया।
सखारे की गिनती उन अधिकारियों में होती है जिन्होंने पुलिस सेवा के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है। पुलिस सेवा के दौरान वे कोच्चि सिटी पुलिस कमिश्नर और क्राइम ब्रांच के अहम पदों पर रह चुके हैं।
फिलहाल एजेंसी अब विभिन्न राज्यों से संबंधित केस डायरी और इनपुट लेकर आतंकी मॉड्यूल की पूरी कड़ी जोड़ने में जुट गई है। यूपी एटीएस की टीम भी इस मामले में तकनीकी सहयोग दे रही है।