श्रीनगर के नौगाम क्षेत्र में बीती रात हुए भीषण धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया। नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए इस विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 27 लोग घायल हैं। कई घायलों की हालत अत्यंत नाज़ुक बताई जा रही है और कुछ व्यक्तियों का अब तक पता नहीं चल पाया है।
डीजीपी ने दी जानकारी
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने मीडिया को बताया कि हाल ही में फरीदाबाद से बड़े पैमाने पर जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थ और रसायनों को जांच के लिए नौगाम थाने लाया गया था। यह सामग्री संवेदनशील थी और विशेषज्ञों की देखरेख में सुरक्षित रूप से रखी जा रही थी, लेकिन देर रात अचानक विस्फोट हो गया। डीजीपी ने किसी भी तरह की साजिश या अफवाहों को सिरे से नकारते हुए कहा कि घटना की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
थाने को भारी क्षति पहुँची है। जांच टीमों के अनुसार, विस्फोट की ताकत इतनी अधिक थी कि करीब 300 फीट दूर तक मानव अवशेष मिले हैं। FSL की टीम पिछले दो दिनों से बरामद सामग्री की जांच कर रही थी। मलबा हटाने में भी दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि पुलिस स्टेशन का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।
धमाके के तुरंत बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। दक्षिण श्रीनगर के कई हिस्सों में तेज धमाके की आवाज सुनी गई और थोड़ी देर बाद पुलिस स्टेशन की इमारत से उठती आग की लपटें दिखाईं दीं। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा ये
श्रीनगर के डिप्टी कमिश्नर अक्षय लाबरू ने अस्पताल जाकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को उपचार में किसी भी प्रकार की देरी न होने देने के निर्देश दिए। प्रशासन का कहना है कि घायलों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
नौगाम थाना इन दिनों एक इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल से जुड़े संवेदनशील मामले की जांच कर रहा था, जिसमें कई गिरफ्तारियां और बरामदगी हुई थी। ऐसे समय में हुआ यह हादसा कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। फिलहाल NIA, SOG और बम निरोधक दस्ता मौके पर जांच में जुटा है और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।