प्रयागराज। प्रदेश के पुलिस थानों में निगरानी प्रणाली को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर CCTV नेटवर्क को अपडेट करने का फैसला लिया है। कुल 1586 थानों में आधुनिक कैमरे और अपग्रेडेड उपकरण लगाने के लिए 32.03 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इसके बाद हर जिले से मौजूदा सिस्टम की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
प्रयागराज के 42 थानों से तत्काल विवरण तलब
पुलिस मुख्यालय ने प्रयागराज जिले के 42 थानों के इंचार्ज को निर्देश भेजकर मौजूद कैमरों की संख्या, उनकी लोकेशन, रिकॉर्डिंग बैकअप और अतिरिक्त कैमरों की जरूरत से जुड़ी रिपोर्ट फौरन भेजने को कहा है। थानाध्यक्षों को यह भी बताना होगा कि किसी नए कैमरे की आवश्यकता क्यों है और उसका तकनीकी आधार क्या है।
यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के वर्ष 2020 के उस महत्वपूर्ण आदेश का हिस्सा है, जिसमें सभी थानों, चौकियों और जांच एजेंसी कार्यालयों में सक्रिय CCTV लगाने और उनकी रिकॉर्डिंग को एक वर्ष तक सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया था।
क्या-क्या होगा अपग्रेड
नई योजना के अनुसार थानों के मुख्य प्रवेश द्वार, निकास, लॉकअप, गलियारे, फ्रंट डेस्क और अन्य संवेदनशील हिस्सों में उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही
- NVR और हार्ड डिस्क की क्षमता बढ़ाई जाएगी
- पावर बैकअप को मजबूत किया जाएगा
- 24×7 निगरानी सुनिश्चित की जाएगी
- फुटेज का एक साल तक सुरक्षित संग्रह अनिवार्य होगा
सरकारी आदेश में SHO, नोडल अधिकारी और CCTV मॉनिटरिंग स्टाफ की जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं। प्रतिदिन कैमरा चेकिंग, पिछली रात की फुटेज की समीक्षा और किसी भी खराबी की तुरंत रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। SHO को हर सुबह स्वयं फुटेज जांचने का निर्देश दिया गया है। किसी भी तकनीकी चूक की जिम्मेदारी SHO और नोडल अधिकारी पर तय होगी।
पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया
ACP पुलिस लाइंस राजकुमार मीणा के अनुसार जिले के सभी थानों में CCTV पहले से लगे हैं। अब उनकी अपग्रेडेशन रिपोर्ट मांगी गई है और जहां भी कमी मिलेगी, वहां नए कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही फुटेज को एक वर्ष तक सुरक्षित रखने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
अधिकारियों का मानना है कि यह पहल पुलिस थानों में पारदर्शिता बढ़ाएगी और जनता का भरोसा मजबूत करेगी। कई लोग थाने जाने से हिचकते हैं, लेकिन आधुनिक निगरानी प्रणाली ऐसी आशंकाओं को कम करने में मदद करेगी।