बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में इस बार उन पूर्व आईपीएस अधिकारियों पर भी खास नजर रही, जिन्होंने नौकरी छोड़कर चुनावी किस्मत आज़माने का फैसला किया था। चर्चित नामों और मजबूत सार्वजनिक छवि के बावजूद अधिकांश अधिकारी अपेक्षित सफलता नहीं पा सके, जबकि कुछ ने मजबूती से मुकाबला किया। आइए देखते हैं इन अफसरों का चुनावी रिपोर्ट कार्ड।
पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे – जमालपुर से तीसरे नंबर पर
बिहार के चर्चित अधिकारी रहे शिवदीप लांडे ने इस्तीफा देकर जमालपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। चर्चा और लोकप्रियता के बावजूद उन्हें चुनाव में सफलता नहीं मिली। उन्हें करीब 14,000 वोट ही मिले और वे जेडीयू प्रत्याशी नचिकेता से बुरी तरह हारकर तीसरे स्थान पर रहे।
पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा – जीत
बक्सर सीट पर भाजपा प्रत्याशी और पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा का प्रदर्शन सबसे मजबूत रहा। आनंद मिश्रा ने कांग्रेस के संजय तिवारी को 28353 वोटों से हराया। इस सीट पर कांग्रेस के संजय कुमार तिवारी दूसरे स्थान पर रहे।
पूर्व डीजीपी बी.के. रवि – रोसड़ा से दूसरे नंबर पर
तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी और समस्तीपुर निवासी बी.के. रवि ने कांग्रेस के टिकट पर रोसड़ा से चुनाव लड़ा। उन्हें लगभग 70 हजार वोट मिले, लेकिन वे भाजपा उम्मीदवार बिरेंद्र कुमार से हारकर दूसरे स्थान पर रहे। विजेता को 1 लाख 20 हजार से अधिक वोट मिले।
पूर्व डीजीपी राकेश कुमार मिश्रा – तीसरे स्थान पर
बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी राकेश कुमार मिश्रा, प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी के टिकट पर दरभंगा से मैदान में थे। उन्हें 11 हजार से थोड़ा अधिक वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे। यहां भाजपा के संजय सरावगी ने जीत दर्ज की।
पूर्व एडीजी जय प्रकाश सिंह – छपरा से लड़े, परिणाम निराशाजनक
हिमाचल प्रदेश कैडर के सेवानिवृत्त आईपीएस जय प्रकाश सिंह ने जनसुराज पार्टी के टिकट पर छपरा से चुनाव लड़ा। हालांकि चुनाव में उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और वे निर्णायक मुकाबले से बाहर रहे।