गाजियाबाद। लखनऊ स्थित सोशल मीडिया सेल की एक विस्तृत रिपोर्ट ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में हलचल मचा दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर सोशल मीडिया पर रीलें बना रहे हैं और खुद को तरह-तरह के किरदारों में पेश कर रहे हैं।
यह ट्रेंड भले ही इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म पर चर्चा बटोर रहा हो, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में यह पुलिस अनुशासन का सीधा उल्लंघन है। इसी वजह से अब ऐसे सभी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई तय मानी जा रही है।
200 से अधिक पुलिसकर्मियों की होगी जांच
सूत्रों का कहना है कि कमिश्नरेट पुलिस ने 200 से अधिक सोशल मीडिया खातों की निगरानी शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में कई पुलिसकर्मी ऐसे मिले हैं जो कभी गश्त के दौरान सेल्फी लेते दिखते हैं, तो कभी वर्दी में एक्शन स्टाइल वाली रील बनाते दिखाई देते हैं। इनमें से कुछ को पहले भी चेतावनी और विभागीय कार्यवाही का सामना करना पड़ा है, लेकिन नई रिपोर्ट के बाद एक बार फिर व्यापक कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
सोशल मीडिया सेल से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, पुलिसकर्मी का वर्दी में मनोरंजक कंटेंट बनाना उसकी पेशेवर विश्वसनीयता को प्रभावित करता है। यह न केवल नियमों के विरुद्ध है, बल्कि जनता में पुलिस की छवि पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इसलिए अब ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त न करने का स्पष्ट संदेश दिया गया है।
दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता
कमिश्नरेट ने साफ कर दिया है कि रील बनाकर लाइक्स जुटाने वाले पुलिसकर्मियों को अब सिस्टम से बाहर किया जाएगा। यदि कोई भी वर्दीधारी अधिकारी या कर्मचारी सोशल मीडिया पर अनुशासनविरुद्ध गतिविधि करते पाया गया, तो उसे तुरंत कठोर विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इसमें चेतावनी, निलंबन से लेकर लाइनहाजिरी तक की कार्रवाइयां शामिल हो सकती हैं।
कुल मिलाकर, गाजियाबाद पुलिस में सोशल मीडिया एक्टिविटी पर निगरानी का यह अभियान अब सख्ती के नए दौर में प्रवेश कर चुका है। इससे जिले के ‘रीलबाज पुलिसकर्मियों’ पर शिकंजा कसना तय माना जा रहा है।