लखनऊ। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से सरकार ने पुलिस बेड़े को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। संवेदनशील शहरों में दंगा नियंत्रण क्षमता बढ़ाने के लिए जल्द ही पुलिस को नए वज्र वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य कैबिनेट ने इन दंगा नियंत्रण वाहनों की खरीद के लिए 9.70 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे दी है।
इसलिए लिया गया फैसला
सरकार का मानना है कि बड़े शहरों और संवेदनशील जिलों में कई बार अचानक उत्पन्न भीड़ नियंत्रण, सांप्रदायिक तनाव या आपात स्थितियों से निपटना पुलिस के लिए चुनौती बन जाता है। ऐसी परिस्थितियों में वज्र वाहन न केवल सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं, बल्कि भीड़ नियंत्रित करने, तनावग्रस्त क्षेत्रों में पुलिस बल की सुरक्षित तैनाती और राहत कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसी जरूरत को देखते हुए इन वाहनों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
पिछले वर्ष भी उत्तर प्रदेश पुलिस को 41 दंगा नियंत्रण वाहनों के लिए बजट स्वीकृत किया गया था, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले। अब एक बार फिर, इनकी संख्या बढ़ने से पुलिस की ऑपरेशनल क्षमता और तत्परता दोनों में वृद्धि होगी। अधिकारियों के अनुसार वज्र वाहनों को उन जिलों में प्राथमिकता से भेजा जाएगा, जहां अक्सर भीड़-भाड़ वाली स्थितियां बनती हैं या जहां कानून-व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता की जरूरत रहती है।
पुलिस देगी प्रभावी प्रतिक्रिया
नई स्वीकृति के बाद पुलिस विभाग अब इन वाहनों की खरीद प्रक्रिया आगे बढ़ाने की तैयारी में है। उम्मीद है कि वित्तीय मंजूरी के बाद जल्द ही नए वज्र वाहन प्रदेश की प्रमुख इकाइयों में पहुँच जाएंगे। इससे न केवल बड़े आयोजनों और त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होगी, बल्कि अचानक उत्पन्न तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी पुलिस त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दे सकेगी।