उत्तर प्रदेश एसटीएफ को बुधवार को एक बड़ी सफलता मिली, जब उसने पांच साल से फरार चल रही 50 हजार रुपये की इनामी ठग महिला प्रियंका सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार, एसटीएफ की टीम ने उसे लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित एल्डिको कॉलोनी के सौभाग्यम अपार्टमेंट से दबोचा। उस पर कई जिलों में ठगी, धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और धमकी देने के गंभीर आरोप दर्ज हैं।
कौन हैं प्रियंका सिंह
लखनऊ के जानकीपुरम की रहने वाली 40 वर्षीय प्रियंका सिंह, राजेश कुमार सिंह की पत्नी है। वह सालों से फरार थी और पहचान छिपाकर राजधानी के एक आलीशान अपार्टमेंट में रह रही थी। जांच में खुलासा हुआ कि प्रियंका सिंह के खिलाफ ललितपुर, वाराणसी, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, फतेहपुर और लखनऊ समेत करीब 10 जिलों में कुल 19 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2011 में प्रियंका सिंह ने अपने पति राजेश कुमार सिंह और सहयोगियों के साथ मिलकर “जे.के.वी. लैंड एंड डेवलपर्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड” नामक कंपनी बनाई थी। कंपनी का रजिस्टर्ड दफ्तर हजरतगंज में था और शाखा ललितपुर में चलती थी। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने एजेंट रखे और उन्हें फर्जी एफडी, पासबुक और निवेश प्रमाणपत्र देकर आम लोगों से करोड़ों रुपये वसूल लिए। कुछ ही समय बाद कंपनी के सभी संचालक और कर्मचारी अचानक लापता हो गए।
जब निवेशकों ने रकम वापसी के लिए संपर्क किया तो कार्यालय बंद मिला और तब पता चला कि सभी लोगों के साथ ठगी हुई है। ललितपुर पुलिस ने मामले में प्रियंका सिंह सहित छह आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने पहले कंपनी के डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव को इंदौर से गिरफ्तार किया था, जबकि प्रियंका सिंह तब से फरार थी।
झांसी आईजी ने घोषित किया था इनाम
आईजी झांसी ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। आखिरकार, एसटीएफ ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में प्रियंका ने स्वीकार किया कि उसने अपने पति और सहयोगियों के साथ मिलकर निवेशकों से भारी भरकम रकम जुटाई थी। फिलहाल उसे थाना पीजीआई में दाखिल कर दिया गया है और केस की आगे की जांच ललितपुर पुलिस द्वारा की जा रही है।