उत्तर प्रदेश में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को जल्द ही पुलिस महानिदेशक (डीजी) के रूप में पदोन्नति मिल सकती है। जिन अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं, वे हैं 1993 बैच के राजीव सभरवाल और 1994 बैच के बिनोद के. सिंह (बीके सिंह)। दोनों ही अधिकारी वर्तमान डीजीपी राजीव कृष्ण की प्राथमिकताओं में अहम भूमिका निभा रहे हैं और जुलाई के अंत तक इन्हें डीजी बनाया जा सकता है।
जानें इनके बारे में
राजीव सभरवाल इस समय मुरादाबाद स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी में एडीजी के पद पर तैनात हैं। वह दिल्ली मूल के हैं और उन्होंने इंजीनियरिंग व प्रबंधन में उच्च शिक्षा प्राप्त की है। प्रशिक्षण क्षेत्र की जिम्मेदारी वर्तमान डीजीपी ने इन्हें दी है, जिससे साफ है कि उनके अनुभव और नेतृत्व पर शीर्ष स्तर का भरोसा है।
दूसरे अधिकारी बीके सिंह साइबर क्राइम यूनिट के एडीजी हैं। पटना मूल के बीके सिंह ने इतिहास और कानून की पढ़ाई की है। वे पहले सीआरपीएफ में स्पेशल डीजी भी रह चुके हैं। हालांकि, गुवाहाटी एयरपोर्ट पर विवाद के बाद उन्हें यूपी भेजा गया था, लेकिन यहां उनकी कार्यशैली फिर से चर्चा में है।
मजबूत हाथों में यूपी पुलिस का भविष्य
दोनों अफसरों की वरिष्ठता, अनुभव और प्रशासनिक समझ को देखते हुए माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही इन्हें डीजी रैंक का दर्जा दे सकती है। डीजीपी राजीव कृष्ण द्वारा हाल में जिन 10 अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गईं, उसमें ये दोनों प्रमुख हैं, जो भविष्य में यूपी पुलिस के संचालन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।