कमिश्नरेट सिस्टम के तहत काम कर रही कानपुर पुलिस इस समय एक गंभीर सवालों के घेरे में है। वजह है—विभाग के 53 पुलिसकर्मियों का ड्यूटी से लगातार गैरहाज़िर रहना। पहले मीडिया में यह संख्या 161 बताई जा रही थी, लेकिन पुलिस ने अब इस पर स्पष्टता दी है।
डीसीपी ने दी सफाई
बुधवार को डीसीपी मुख्यालय एसएम कासिम आब्दी ने प्रेसवार्ता करते हुए साफ किया कि “161 पुलिसकर्मी गायब” होने की जो बात सामने आई थी, वह तथ्यहीन है। उन्होंने बताया कि वास्तविक जांच में यह संख्या 53 निकली है, जिनमें ट्रैफिक, क्राइम ब्रांच, पुलिस लाइन और थानों के पुलिसकर्मी शामिल हैं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ये सिपाही अवकाश लेकर गए थे, लेकिन निर्धारित अवधि के बाद भी वापस ड्यूटी पर नहीं लौटे। कई तो महीनों से लापता हैं। विभागीय प्रयासों के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो सका है।

डीसीपी आब्दी ने कहा कि संबंधित कर्मियों की फाइलें जांच के लिए भेज दी गई हैं। दोष सिद्ध होने पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी दोहराया कि पुलिस बल में अनुशासन सर्वोपरि है और इस तरह की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अफसरों की नजर जांच रिपोर्ट पर
फिलहाल जांच टीम से रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। अफसरों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह महज लापरवाही का मामला है या फिर कहीं अंदर ही अंदर कोई बड़ी व्यवस्था संबंधी खामी भी तो नहीं है।