सावन के दूसरे सोमवार पर शिवभक्ति के बीच एक और तस्वीर उभरी—जिसमें पुलिस केवल सुरक्षा नहीं, बल्कि सेवा करती दिखी। कांवड़ यात्रा के दौरान जहां भक्ति का माहौल था, वहीं बरेली पुलिस और जिला प्रशासन की सजगता ने श्रद्धालुओं को राहत दी। एसएसपी अनुराग आर्य और डीएम अविनाश सिंह ने शहर के प्रमुख कांवड़ मार्गों का दौरा कर न केवल व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया, बल्कि खुद शिवभक्तों के बीच पहुंचकर सेवा का भाव भी दिखाया।
अफसरों ने की पूजा
धोपेश्वरनाथ मंदिर परिसर में शिवभक्तों की भीड़ के बीच अधिकारियों ने स्वयं जलाभिषेक किया और फिर परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण का संदेश दिया। पौधे श्रद्धालुओं को ‘प्रसाद’ के रूप में दिए गए—यह बताने के लिए कि आस्था सिर्फ मंदिरों तक नहीं, प्रकृति तक फैली होनी चाहिए।
उधर भमोरा पुलिस चौकी पर निरीक्षण के दौरान जब यह सामने आया कि सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, तो जिलाधिकारी ने तत्काल उन्हें लगाने के निर्देश दिए। एसएसपी ने हर थाने और सहायता केंद्रों को निर्देशित किया कि महिलाओं के लिए विशेष हेल्प डेस्क और साफ-सुथरे विश्राम स्थल सुनिश्चित किए जाएं।
ड्रोन से हो रही निगरानी
यात्रा मार्गों पर लगाए गए अस्थायी शिविरों में अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को भोजन भी परोसा और पुष्पवर्षा कर विदा किया। ग्राम नितोई और रामगंगा तट पर शिविरों में पुलिस की मौजूदगी ने न सिर्फ सुरक्षा का एहसास दिलाया, बल्कि यह भरोसा भी दिया कि प्रशासन हर कदम पर साथ है।
ड्रोन से निगरानी, महिला कांस्टेबलों की तैनाती और मेडिकल टीमों की तत्परता—इन सभी तैयारियों ने दिखा दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस बार सिर्फ व्यवस्था नहीं संभाल रही, बल्कि कांवड़ियों की यात्रा को स्मरणीय और सुरक्षित बनाने का संकल्प भी निभा रही है।