बरसात के मौसम में जहां एक ओर लोग मानसून का आनंद लेते हैं, वहीं दूसरी ओर सड़क पर चलते समय कुछ असंवेदनशील व्यवहार दूसरों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है। इसी संदर्भ में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक बेहद रचनात्मक और संवेदनशील पोस्ट साझा किया है, जो सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है।
यूपी पुलिस ने लिखा ये
पोस्ट में लिखा गया,
“बूँदें गिरीं थीं राहत बनकर,
तुम आए स्प्लैश मारकर — आफ़त बनकर!”
इस कविता जैसे संदेश के माध्यम से यूपी पुलिस ने बारिश के दौरान तेज़ रफ्तार से गाड़ी चलाने वालों को सावधान किया है, जो जलभराव वाले इलाकों में दूसरों पर पानी उछालकर असुविधा पैदा करते हैं। सड़क पर चल रहे राहगीरों के लिए यह अनुभव न सिर्फ अप्रिय होता है, बल्कि शिष्टाचार और संवेदनशीलता के अभाव का प्रतीक भी बनता है।

यूपी पुलिस ने आगे लिखा कि राहगीरों पर पानी उछालना केवल असंवेदनशीलता नहीं, बल्कि सड़क शिष्टाचार का उल्लंघन भी है। इस तरह का रुख न केवल दूसरों की परेशानी बढ़ाता है, बल्कि यह सामाजिक जिम्मेदारी और ट्रैफिक अनुशासन के विपरीत भी है।
लोगों के मन में शिष्टाचार जगा रही पुलिस
यह पहल यूपी पुलिस की उस सकारात्मक सोच का उदाहरण है, जिसमें वह कानून व्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक चेतना और नागरिक व्यवहार को भी बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है। इस संदेश ने न केवल यातायात शिष्टाचार की याद दिलाई, बल्कि लोगों के मन में जिम्मेदारी का भाव भी जगाया।