वृंदावन। भीड़भाड़ वाली गलियों और मंदिर मार्गों पर लगातार बढ़ते दबाव को देखते हुए यातायात पुलिस ने इस बार व्यवस्था सुधार को लेकर बड़ा कदम उठाया है। शहर के पाँच रणनीतिक पॉइंट्स पर ऐसे सहायता बूथ लगाए गए हैं जो ट्रैफिक नियंत्रण के साथ-साथ श्रद्धालुओं को तुरंत जानकारी देने का केंद्र बनेंगे। यह पूरे शहर के लिए एक तरह का ‘ग्राउंड कंट्रोल नेटवर्क’ है, जिसे शनिवार से शुरू कर दिया गया है।
लगे हैं हाई फोकस कैमरे
इन बूथों में लगे हाई-फोकस कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और ऑन-स्पॉट ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक कर्मी मिलकर भीड़ को उसी समय मार्गदर्शन देंगे जब सड़क पर दबाव बढ़ेगा। इससे मंदिर दर्शन को आने वाले पर्यटकों के लिए रास्ता खोजना आसान होगा और अव्यवस्था की स्थिति में पुलिस तुरंत निर्णय ले सकेगी।
छटीकला मार्ग पर बने प्रमुख बूथ का शुभारंभ एसएसपी श्लोक कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि वृंदावन की समस्या सिर्फ भीड़ नहीं, बल्कि “क्षण-क्षण में बदलने वाली ट्रैफिक स्थिति” है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन बूथों में अलग से कंट्रोल सेक्शन बनाया गया है जहां से आसपास की गतिविधि पर निरंतर नजर रखी जाएगी।
एसएसपी के मुताबिक यह सिस्टम सिटी ट्रैफिक को पहली बार “डेटा-आधारित प्रतिक्रिया (रियल-टाइम रिस्पॉन्स)” मॉडल में बदलेगा। बूथों पर तैनात पुलिसकर्मी मौके पर ही पार्किंग, डायवर्जन और इमरजेंसी की सूचना श्रद्धालुओं तक पहुंचा सकेंगे।
इस नई व्यवस्था के लिए पाँच महत्वपूर्ण लोकेशन चुनी गईं—
छटीकला तिराहा, रुक्मिणी विहार मल्टीलेवल पार्किंग क्षेत्र, जिला संयुक्त चिकित्सालय तिराहा, कैलाश नगर मोड़ और पानीघाट तिराहा।
इन स्थानों पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं और अक्सर ट्रैफिक कई मिनट तक ठहर जाता है। पुलिस को भरोसा है कि ग्राउंड कंट्रोल बूथ सक्रिय होने के बाद भीड़ के समय “बॉटलनेक पॉइंट्स” का दबाव काफी हद तक टूटेगा।
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में इन बूथों को एक केंद्रीय मॉनिटरिंग सिस्टम से भी जोड़ा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी मार्ग पर तुरंत अतिरिक्त बल भेजा जा सके।