संभल जिले में शनिवार की रात पुलिस की सख़्त चेकिंग के बीच अचानक हालात उस वक्त बदल गए, जब एक साधारण-सी बाइक की जांच बड़े गैंग का सुराग बन गई। थाना हजरतनगर गढ़ी पुलिस रूटीन चेकिंग कर रही थी, तभी बिना नंबर की एक मोटरसाइकिल पुलिस ने रोकी। कागज़ात मिलान में बाइक चोरी की निकली। सख़्ती से पूछताछ हुई तो युवक ने खुलासा कर दिया कि वह हाल ही में 25 नवंबर वाले लूटकांड में शामिल था और आज नई वारदात के लिए रेकी पर निकला है।
मुठभेड़ में हुए गिरफ्तार
युवक ने पुलिस को बताया कि उसके दो साथी कार से आगे की तरफ बढ़ चुके हैं। सूचना मिलते ही जिले की सभी टीमें अलर्ट कर दी गईं और नाकेबंदी तेज कर दी गई। थोड़ी ही देर बाद संदिग्ध कार दिखी, जिसे रोकने का प्रयास हुआ—पर आरोपी तेज रफ्तार से भाग निकले।
पीछा बढ़ा तो लुटेरों ने गोलियां चला दीं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। खेतों की ओर भागते समय आरोपी मुकेश और गौरव के पैरों में गोली लगी और दोनों वहीं दबोच लिए गए।
इस वारदात की हुई पुष्टि
गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में 25 नवंबर वाली वारदात की पुष्टि कर दी। पुलिस ने इनके पास से 5,03,000 रुपये नगद और दो देशी तमंचे बरामद किए हैं। दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने मौके पर पहुंचकर पूरी कार्रवाई की समीक्षा की। शुरुआती जानकारी में पता चला कि घायल आरोपी बुलंदशहर जिले के रहने वाले हैं। सीओ आलोक कुमार ने बताया कि पूरा गैंग चिन्हित कर लिया गया है और बाकी सदस्यों की तलाश में दबिश जारी है।