Crime
आखिर क्यूं गवाही देने से बच रहे हैं इंस्पेक्टर साहब?

मेरठ के पुलिस कप्तान को स्पेशल कोर्ट ने फटकार लगाई है। पुलिस इंस्पेक्टर को पत्र लिख स्पेशल कोर्ट के जज ने फटकार लगाकर उन पर केस की पेशी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
फास्ट ट्रेक कोर्ट में केस निपटाने का दिया था आदेश
दरअसल पूरा मामला बारादरी थानाक्षेत्र का है। 2017 में इस संबधित थानाक्षेत्र में लूट व सामूहिक बलात्कार की घटना हुई थी। जिसमें आरोपी श्याम सुंदर अका जीतू को गिरफ्तार कर किया गया था। इस मामले में बीते वर्ष हाईकोर्ट ने केस को फास्ट ट्रेक कोर्ट में प्राथमिकता से सुनवाई करने का आदेश दिया था। इस केस में तत्कालीन इंस्पेक्टर की गवाही आवश्यक है। लेकिन तत्कालीन इंस्पेक्टर उपेंद्र यादव का गवाही टालने से केस अबतक लटका हुआ है।
कई बार भेजा गया समन
आपको बता दें कि बारादरी थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव मामले में गवाह है। इस समय उपेंद्र यादव मेरठ में रोहटा जिले में तैनात हैं। कोर्ट मामले में गवाही देने के लिए कई बार समन भेजा लेकिन इसके बावजूद वह कोर्ट में पेश नहीं हुए।
बारादरी के तत्कालीन इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव इस मामले में गवाह हैं। उपेंद्र यादव की वर्तमान में थाना रोहटा जिला मेरठ में तैनाती है। स्पेशल कोर्ट ने पूर्व में इंस्पेक्टर को कई बार समन भेजे। इसके बावजूद वह गवाही के लिए कोर्ट में पेश नहीं हुए।
वेतन रोकने के दिए जा चुके हैं आदेश
गवाही दर्ज कराने में लापरवाही के चलते कोर्ट ने फरवरी में एसएसपी मेरठ को इंस्पेक्टर का वेतन रोकने के आदेश भी दिए थे। इस पर स्पेशल कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी आपत्ति जताई है। अदालत ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एसएसपी बरेली के जरिए मेरठ एसएसपी को पत्र भेजा है।
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